आज इस पोस्ट में हम software engineering characteristics in hindi के बारे में पढ़ेंगे . तो चलिए शिरू करते है .hello दोस्तों आपका Hindi me iT में अभिनन्दन है .
जब कोई software develop किया जाता है . specific requirement के लिये तो उसके 6 characteristics होते है .
- Maintainability
- Correctness
- Reusability
- reliability
- Portability
- Efficiency
1. Maintainability
- जो software develop किया गया है . उसको new requirement के अनुसार उसमे change कर सके या problem deficiencies को correct कर सके.
- जो software develop किया गया है . वह flexible होना चाहिये . अगर हम उसमे कोई change करना चाहे तो आसानी से कर सके .
- किसी भी software को develop करने में maintenance cost 70% होती है . इसलिए maintenance जरुरी होता है .
2. Correctness
- जो software develop किया गया जिस requirement के लिये बनाया गया है .उनको पूरा कर रहा है की नही .
- जब कोई software develop किया जाता है . तो जितनी भी requirement है . किसी भी user की उनको determined किया जाता है . उनको formulized कर के एक format में requirement document में store कर दिया जाता है .
- software technic का use करके यह पता लगाया जाता है. की जो software बनाया गया है . उन सभी रेकुइरेमेंट को पूरा कर रहा है की नही जिसके लिए वह बनाया गया है .
3. Reusability
Reusability को आसान शब्दों में समझते है .
- reusability का मतलब जो सॉफ्टवेर पहले से develop किया गया है . उसकी coding use करके other सॉफ्टवेर develop कर सकते है की नही .
- अगर हम जो सॉफ्टवेर पहले develop किया गया है उसका reuse करके किसी complex सॉफ्टवेर को design करते है तो उसे develop करने में कम time लगेगा . एक नया सॉफ्टवेर develop करने में.
4. Reliability
- Reliability का मतलब किसी भी सॉफ्टवेर की fail होने की कितनी probity होगी विना fail हुये कम करने की किसी भी environment में.
- कोई भी सॉफ्टवेर जो आपने develop किया है . वो कम से कम fail हो अगर fail हो और भी जाये तो उसमे आसानी से error find करके remove कर सके . जो सॉफ्टवेर है बो high correctness होना चाहिए . ताकि वे आपनी requirement के अनुसार work कर सके .
5. Portability
अगर कोई सॉफ्टवेर किसी एक platform के लिये develop किया गया है . जैसे windows के लिए बनाया गया है . अगर वो Linux पर work करवाना है . तो जो सॉफ्टवेर windows के लिए develop किया गया है . वो Linux पर भी run हो जाये . तो ये होती है Portability .
- अगर हार्डवेयर भी change कर दिया जाये किसी भी सिस्टम का तो भी सॉफ्टवेर new हार्डवेयर पर भी run हो जाये .
- सॉफ्टवेर की configuration change की गयी है . सॉफ्टवेर इस पर भी run होना चाहिये .
6. Efficiency
जो सॉफ्टवेर develop किया गया है . वो सिस्टम resource है उनको effective और efficient manner में use करना चाहिए .
- storage space and execution time का effective use करना चाहिए.
- लेकिन space और execution time है वो आपस में inversely proportional होते है.
- तो सॉफ्टवेर को हम हर aspect से efficiency बनाये ये भी possible नही है .
- आपकी requirement के आनुसार सॉफ्टवेर design होते है .click
इनको भी पढ़े
- what is cloud computing
- application of computer graphics
- overview of software of evolution
- Introduction of software Engineering
आशा करता हूँ आपको software engineering characteristics in hindi समझ में गया होगा . अगर आपको इससे related कोई question पूछना है तो आप comment करके पूछ सकते है . हम आपकी comment का जबाब जरुर देंगे . अगर हमारे द्वारा दी गयी जानकारी अच्छी लगी हो तो हमे comment करके जरुर बताये और आपका हमको कोई सुझाब हो तो उसे भी जरुर बताये . दोस्तों आपसे एक request है . आप इस जानकारी को आपने दोस्तों , रेस्तेदारो के साथ जरुर शेयर करे | धन्यबाद