Software testing myths | software testing में myths क्या है (in Hindi )

लास्ट आर्टिकल में हम पढंगे की what is software testing myths in hindi . अर्थात लोग किसी software tester के बारे में क्या सोच गलत रखते है . इस बारे में जानेंगे.

सबसे पहले myths को बहुत आसान शब्दों में समझते है . अगर कोई बात या सोच जो किसी ने आपने मन में बनयी है . लेकिन वह सच नही है इसे कहते है myths .

अब बात करते है की software tester के बारे में लोगो ने क्या सोच बना रखी है . लेकिन वह सच नही है .

testing बहुत ही expensive है . testing में खर्चा भी बहुत आता है . क्योंकि testing में time लगता है . किसी भी product या software को बन जाने के बाद उसको test करने के लिये time चहिये होता है .

Why software testing important | testing क्यों जरुरी है .

इसे हम एक example से समझते है . मान लो कोई medical software में drugs का percentage 0.89 की जगह 9.8 हो जाता है . तो आप सोच सकते की उसका क्या effect होगा . अगर ये दबा market में launch हो जाये तो market पर क्या असर होगा आप सोच सकते है . तो testing का क्या महत्व है ये हमको पता होना चाहिए .  किसी software या product की testing करने में time अधिक लगता है . क्योंकि जब हम software या product को test क्र रहे होते है तो use हर तरीके से सोचकर test करना होता है . software या product को हमको as a user तथा as a tester बन कर भी test करना होता होता है .

इस example को   समझते है .

मानलो कोई mobile recharge application है . जो test करना है .  तो इसको test करते time दो प्रकार से सोचना होगा .इस software को हम user बनकर भी test करना है तथा tester बनकर भी user बनकर हमको ये देखना है . इसे user को use करना कितना आसान है. user के हिसाब से complex तो नही हैं. पोर end then जब software market में जा रहा हैं  तो quality software होना चाहिए .

Requirement review

जब भी हमे software development करने के लिये requirement आती हैं . तो हम उन requirement का रिव्यु कर के देख सकते हैं . जो रेकुइरेमेंट है आगे जाकर कैसे develop होंगी कुछ activity जो inter dependent हैं . वो कैसे एक – दुसरे को reelect करेंगे .  ये सारी चीजे कहीं ना कहीं document के time ही test हो सकती है . तो ये बात गलत हैं  की हम पूरा software को develop होने के बाद ही testing  करेंगे.

किसी सॉफ्टवेर की testing करने के बाद सॉफ्टवेर तैयार है market में launch होने के लिये सारे scenarios test कर चिके है इसमें कोई issue नही है .

example  :- कभी ऐसा भी हो सकता हैं कोई सॉफ्टवेर हमने develop की है इंडिया में जिसके लिये develop की हैं वह usa में रहता हैं . ये सॉफ्टवेर हमने सारे mobile device तथा ऑपरेटिंग system पर test कर के देख लिया . वह अच्छा चल रहा हैं तथा अच्छा response भी दे रहा हैं . लेकिन यह application को client को पास करते हैं  तो वहां पर application crash हो जाती हैं और वहां पर जो response application को देना था वह नही देती हैं . तो इसका मतलब testing ठीक से नही हुई . application का वहां crash होने का कोई भी region हो सकता हैं .

हो सकता हैं वह application इंडिया में 3G पर सही से वर्क कर रही हो लेकिन usa में 4G पर वर्क नही कर रही हो .

Software tested is bugs free

हमने software की testing कर ली यानी की सॉफ्टवेर 100% bugs free हैं ये सोच हमारी गलत है .क्योंकि कोई भी company जो किसी सॉफ्टवेर को test कर रही हैं . वह यह नही कह सकती यह application 100% bugs free हैं .

Missed Defects are due to Testers in hindi

software testing के time कोई defects छुट भी गया तो इसका जिमेदार tester  हैं ये सोच हमारी गलत हैं . software tester इसको लेकर चलता है की

 

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